Jyotish Aur Aajeevika (H)
सबसे पहले तो संà¤à¤µà¤¤ यह दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की अकेली पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• है जो करà¥à¤®/आजीविका विचार पर पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤¤à¤® से लेकर अधतन उपलबà¥à¤§ साहितà¥à¤¯ पर à¤à¤• संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ किनà¥à¤¤à¥ विहगम दृषà¥à¤Ÿà¤¿ डालते हà¥à¤ उन सबो का सार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करती है. फिर उनमे से करà¥à¤¨à¤² गौर मातà¥à¤° उनà¥à¤¹à¥€ मोतियों को चà¥à¤¨à¤•à¤° मला बनाते है जो समसमायिक है - आज के समाज के लिठà¤à¥€ उपयोगी है i यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤¯ अछूता विषय उठाती है - शिकà¥à¤·à¤¾ और आजीविका. जातक की शिकà¥à¤·à¤¾ कैसी हो की उसके अनà¥à¤•à¥‚ल उसे आजीविका मिले जिससे की उसे धन à¤à¥€ मिले और सà¥à¤– à¤à¥€ i वरà¥à¤— कà¥à¤‚डलियों का उपयोग करके शिकà¥à¤·à¤¾ और आजीविका का अदà¤à¥à¤¤ समनà¥à¤µà¤¯ इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की दूसरी विशेषता है i
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